नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया 'साइको-सोशल इम्पैक्ट ऑफ पैनडेमिक एंड लॉकडाउन एंड हाउ टू कोप विद' पर सात शीर्षकों का एक सेट प्रकाशित किया गया है। पुस्तक के संस्करण केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ शीर्षक के तहत सात पुस्तकों के प्रिंट और ई-संस्करणों का ई-विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु:
- कोरोना स्टडीज़ श्रृंखला के तहत पुस्तकों की पहली उप-श्रृंखला 'साइको-सोशल इम्पैक्ट ऑफ पैनडेमिक एंड लॉकडाउन एंड हाउ टू कोप विद' पर केंद्रित है और एनबीटी द्वारा गठित एक स्टडी ग्रुप द्वारा तैयार की गई है जिसमें सात मनोवैज्ञानिक और काउंसलर शामिल हैं।
- इसमें व्यक्तिगत अध्ययन, मामले के अध्ययन और वेबसाइट एवंनेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया के सोशल मीडिया हैंडलके जरिये ऑनलाइन प्रश्नावली पर लोगों की प्रतिक्रिया के आधार पर सामुदायिक धारणा के अध्ययन के बाद समाज के सात विभिन्न क्षेत्रों पर मनोवैज्ञानिक- सामाजिक प्रभाव के विभिन्न पहलुओं पर गौर किया गया है।
- अध्ययन 27 मार्च 2020 से 1 मई 2020 तक अध्ययन और विश्लेषण किया गया और पाया गया कि संक्रमण का डर लोगों में चिंता का सबसे बड़ा कारण है और उसके बाद वित्तीय एवं अन्य घरेलू मुद्दों को चिंता का कारण माना गया है।
- किताबें मानसिक तनाव और चिंता का प्रबंधन करने के लिए व्यावहारिक और मूल्यवान सलाह प्रदान करती हैं, जो कि महामारी और लॉकडाउन का परिणाम हो सकता है। शीर्षकों में शामिल हैं
- वुल्नेरेबल इन ऑटम: अंडस्टैंडिंग द एल्डरली
- द फ्यूचर ऑफ सोशल डिस्टैंसिंग: न्यू कार्डिनल्स फॉर चिल्ड्रेन, एडोलेसेंट्स एंड युथ;
- द ऑर्डियल ऑफ बीइंग कोरोना वॉरियर्स: एन एप्रोच टु मेडिकलएंड इसेशियल सर्विस प्रोवाइडर्स
- न्यू फ्रंटियर एट होम: एन एप्रोच टु वुमेन, मदर्स एंड पेरेंट्स,
- कॉट इन कोरोना कॉन्फ्लिक्ट: एन एप्रोच टु द वर्किंग पॉपुलेशन
- मेकिंग सेंस ऑफ इट ऑल: अंडरस्टैंडिंग द कन्सर्न्स ऑफ परसंस विद डिसैबिलिटीज
- एलिएनेशन एंड रेजिलिएंस: अंडरस्टैंडिंग कोरोना इफेक्टेड फैमिलीज