संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (United Nations Conference on Trade and Development – UNCTAD) ने 15 सितंबर, 2021 पर अपनी व्यापार और विकास रिपोर्ट को जारी किया है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
- इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत की आर्थिक विकास दर 2021 में चार साल के उच्च स्तर 7.2% पर पहुंच जाएगी।
- इस विकास दर के साथ भारत चीन के बाद सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
- चीन के 8.3% से बढ़ने का अनुमान है।
- UNCTAD ने यह भी अनुमान लगाया है कि, भारत की अर्थव्यवस्था वर्ष 2022 में अन्य सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ देगी।
कोविड-19 का प्रभाव
UNCTAD के अनुसार , वैक्सीन रोल-आउट में बाधाओं के साथ-साथ कोविड-19 महामारी की एक गंभीर और व्यापक रूप से अप्रत्याशित दूसरी लहर ने 2021 की दूसरी तिमाही में भारत को प्रभावित किया। इसके अलावा, बढ़ती खाद्य और सामान्य मूल्य मुद्रास्फीति, व्यापक लॉकडाउन और भारी खपत और निवेश समायोजन ने भी भारत को प्रभावित किया।
एशियाई अर्थव्यवस्थाएं
इस रिपोर्ट के अनुसार, अन्य एशियाई अर्थव्यवस्थाओं ने 2020 और 2021 के दौरान सभी क्षेत्रों का सबसे बड़ा पोर्टफोलियो बहिर्वाह (outflows) देखा है।
भारत में खुदरा मुद्रास्फीति
UNCTAD ने भारत में उच्च खुदरा मुद्रास्फीति का मुद्दा भी उठाया। संयुक्त राष्ट्र निकाय के अनुसार, कोविड-19 महामारी से पहले उपभोक्ता मुद्रास्फीति 6% थी। लेकिन महामारी के कारण कीमतों में अस्थायी गिरावट आई। हालाँकि, जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ और खाद्य कीमतों में तेजी आई, भारत 2021 के मध्य में 6% मुद्रास्फीति दर पर वापस आ गया।