केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक'ने 14 जुलाई, 2020 को नई दिल्ली में ऑनलाइन माध्यम से डिजिटल शिक्षा पर ‘प्रज्ञाता’(पीआरएजीवाईएटीए) दिशा-निर्देश जारी किए।
प्रमुख बिंदु:
- ‘प्रज्ञाता’ दिशानिर्देश शिक्षार्थियों के दृष्टिकोण से विकसित किए गए हैं और लॉकडाउन के कारण घर से कक्षाएं लेने वाले छात्रों के लिए डिजिटल शिक्षा पर जोर दिया गया है।
- दिशानिर्देश ऑनलाइन शिक्षा के लिए शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए एक रोडमैप प्रदान करते हैं।
- विभिन्न हितधारक जैसे शिक्षक, स्कूल के प्रमुख, माता-पिता, शिक्षक और छात्र दिशानिर्देशों से लाभान्वित होंगे।
- दिशानिर्देश उन एनसीईआरटी के वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर के उपयोग पर प्रकाश डालते हैं, जो उन दोनों शिक्षार्थियों के लिए हैं जिनके पास पहुंच है और जिनके पास डिजिटल उपकरणों तक पहुंच नहीं है।
- प्रज्ञाता दिशा-निर्देशों में ऑनलाइन / डिजिटल शिक्षा के आठ चरण- योजना- समीक्षा- व्यवस्था- मार्गदर्शन- याक (बात) - असाइन- ट्रैक- सराहना शामिल हैं।
- ये आठ चरण उदाहरणों के साथ चरणबद्ध तरीके से डिजिटल शिक्षा की योजना और कार्यान्वयन का मार्गदर्शन करते हैं।
- ये दिशानिर्देश स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों के लिए साइबर सुरक्षा और गोपनीयता उपायों को सुनिश्चित करते हुए डिजिटल शिक्षा को लागू करने के लिए मूल्यांकन जरूरत,योजना और कदमों के बारे में बताते हैं। शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के लिए दिशानिर्देश इस बात पर जोर देता है कि लंबे समय तक डिजिटल उपकरणों के उपयोग के कारण बच्चों को अत्यधिक खिंचाव या तनाव न हो।