Directions (1-15): निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अन्तिम वाक्यों को क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इनके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बाँटकर य, र, ल, व की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।
Q1. (1) एक समय था जब
(य) विद्यार्थियों को भिक्षा देना पुण्य माना
(र) हमारे देश में साधु-संन्यासियों तथा गुरुकुल में पढ़ने वाले
(ल) जाता था तथा ब्रह्मचारी संन्यासियों
(व) के लिए भी भिक्षा से
(6) पेट गुजारा करना धर्म माना जाता था।
(a) र व य ल
(b) र य व ल
(c) ल व र य
(b) र य व ल
(c) ल व र य
(d) र य ल व
(e) इनमें से कोई नहीं
S1. Ans. (d)
Sol. एक समय था जब हमारे देश में साधु-संन्यासियों तथा गुरुकुल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भिक्षा देना पुण्य माना जाता था तथा ब्रह्मचारी संन्यासियों के लिए भी भिक्षा से पेट गुजारा करना धर्म माना जाता था।
(e) इनमें से कोई नहीं
S1. Ans. (d)
Sol. एक समय था जब हमारे देश में साधु-संन्यासियों तथा गुरुकुल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भिक्षा देना पुण्य माना जाता था तथा ब्रह्मचारी संन्यासियों के लिए भी भिक्षा से पेट गुजारा करना धर्म माना जाता था।
Q2. (1) यदि हम चाहते हैं कि
(य) हमारे देश में बेरोजगारी न बढ़े तो
(र) पर बल देना होगा अर्थात्
(ल) परिवार नियोजन
(व) इसके लिए हमें
(6) जनसंख्या वृद्धि की दर को रोकना होगा।
(a) य व र ल
(b) व र ल य
(c) र ल व य
(b) व र ल य
(c) र ल व य
(d) य व ल र
(e) इनमें से कोई नहीं
S2. Ans. (d)
Sol. यदि हम चाहते हैं कि हमारे देश में बेरोजगारी न बढ़े तो इसके लिए हमें परिवार नियोजन पर बल देना होगा अर्थात् जनसंख्या वृद्धि की दर को रोकना होगा।
(e) इनमें से कोई नहीं
S2. Ans. (d)
Sol. यदि हम चाहते हैं कि हमारे देश में बेरोजगारी न बढ़े तो इसके लिए हमें परिवार नियोजन पर बल देना होगा अर्थात् जनसंख्या वृद्धि की दर को रोकना होगा।
Q3. (1) जब कोई कर्मचारी किसी व्यक्ति
(य) किसी से रिश्वत के रुपए
(र) फायदा उठाकर
(ल) की मजबूरी का
(व) लेकर उसका काम करता है, तो वह
(6) भ्रष्टाचार ही कहलाया।
(a) ल व र य
(b) ल र य व
(c) ल र व य
(b) ल र य व
(c) ल र व य
(d) र य ल व
(e) इनमें से कोई नहीं
S3. Ans. (b)
Sol. जब कोई कर्मचारी किसी व्यक्ति की मजबूरी का फायदा उठाकर किसी से रिश्वत के रुपए लेकर उसका काम करता है, तो वह भ्रष्टाचार ही कहलाया।
(e) इनमें से कोई नहीं
S3. Ans. (b)
Sol. जब कोई कर्मचारी किसी व्यक्ति की मजबूरी का फायदा उठाकर किसी से रिश्वत के रुपए लेकर उसका काम करता है, तो वह भ्रष्टाचार ही कहलाया।
Q4. (1) सरकार बढ़ती हुई जनसंख्या की
(य) देश में विकास योजनाओं को लागू करती है लेकिन
(र) ये विकास योजनाएँ ऊँट के मुँह में
(ल) जीरे की तरह भारत की अधिकांश
(व) समस्याओं को देखते हुए हर साल
(6) जनसंख्या को ज्यादा लाभ नहीं दे पातीं।
(a) व य र ल
(b) व ल र य
(c) ल र य व
(b) व ल र य
(c) ल र य व
(d) र य व ल
(e) इनमें से कोई नहीं
S4. Ans. (a) Sol. सरकार बढ़ती हुई जनसंख्या की समस्याओं को देखते हुए हर साल देश में विकास योजनाओं को लागू करती है लेकिन ये विकास योजनाएँ ऊँट के मुँह में जीरे की तरह भारत की अधिकांश जनसंख्या को ज्यादा लाभ नहीं दे पातीं।
(e) इनमें से कोई नहीं
S4. Ans. (a) Sol. सरकार बढ़ती हुई जनसंख्या की समस्याओं को देखते हुए हर साल देश में विकास योजनाओं को लागू करती है लेकिन ये विकास योजनाएँ ऊँट के मुँह में जीरे की तरह भारत की अधिकांश जनसंख्या को ज्यादा लाभ नहीं दे पातीं।
Q5. (1) विनम्रता एवं मधुर भाषण
(य) मीठे वचनों द्वारा मनुष्य शत्रु
(र) विश्व-विजयी हो सकता है।
(ल) दो ऐसे हथियार हैं
(व) जिनके द्वारा मनुष्य
(6) को भी अपने वश में कर लेता है।
(a) व ल र य
(b) व र य ल
(c) ल व र य
(b) व र य ल
(c) ल व र य
(d) ल व य र
(e) इनमें से कोई नहीं
S5. Ans. (c)
Sol. विनम्रता एवं मधुर भाषण दो ऐसे हथियार हैं जिनके द्वारा मनुष्य विश्व-विजयी हो सकता है। मीठे वचनों द्वारा मनुष्य शत्रु को भी अपने वश में कर लेता है।
(e) इनमें से कोई नहीं
S5. Ans. (c)
Sol. विनम्रता एवं मधुर भाषण दो ऐसे हथियार हैं जिनके द्वारा मनुष्य विश्व-विजयी हो सकता है। मीठे वचनों द्वारा मनुष्य शत्रु को भी अपने वश में कर लेता है।
Q6. (1) मैदानी इलाकों की गरमी
(य) में जाने के लिए बाध्य करती है।
(र) सरदी की बर्फ में भी पहाडी चोटियों
(ल) प्राय: यहाँ के वासियों को दूर पर्वतों की गोद
(व) वैसे कुछ लोग तो
(6) का सौंदर्य निहारने पहुँच जाते हैं।
(a) ल य व र
(b) व र य ल
(c) ल व र य
(b) व र य ल
(c) ल व र य
(d) ल य र व
(e) इनमें से कोई नहीं
S6. Ans. (a)
Sol. मैदानी इलाकों की गरमी प्राय: यहाँ के वासियों को दूर पर्वतों की गोद में जाने के लिए बाध्य करती है। वैसे कुछ लोग तो सरदी की बर्फ में भी पहाडी चोटियों का सौंदर्य निहारने पहुँच जाते हैं।
(e) इनमें से कोई नहीं
S6. Ans. (a)
Sol. मैदानी इलाकों की गरमी प्राय: यहाँ के वासियों को दूर पर्वतों की गोद में जाने के लिए बाध्य करती है। वैसे कुछ लोग तो सरदी की बर्फ में भी पहाडी चोटियों का सौंदर्य निहारने पहुँच जाते हैं।
Q7. (1) जब किसी देश का प्रत्येक
(य) और जाति को आगे बढ़ने से
(र) लिया करता है, तब उस देश
(ल) आत्म-विश्वास जगा
(व) व्यक्ति अपने भीतर इस प्रकार का
(6) कोई नहीं रोक सकता।
(a) ल व य र
(b) व ल र य
(c) व ल य र
(b) व ल र य
(c) व ल य र
(d) य र ल व
(e) इनमें से कोई नहीं
S7. Ans. (b)
Sol. जब किसी देश का प्रत्येक व्यक्ति अपने भीतर इस प्रकार का आत्म-विश्वास जगा लिया करता है, तब उस देश और जाति को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।
(e) इनमें से कोई नहीं
S7. Ans. (b)
Sol. जब किसी देश का प्रत्येक व्यक्ति अपने भीतर इस प्रकार का आत्म-विश्वास जगा लिया करता है, तब उस देश और जाति को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।
Q8. (1) जब कभी
(य) मनुष्य तात्कालिक लाभ के
(र) लिए, तुच्छ स्वार्थ के लिए
(ल) कोई बुरा कार्य करता है
(व) तो उसका परिणाम सदा
(6) ही बुरा होता है।
(a) र य ल व
(b) य ल व र
(c) य र ल व
(b) य ल व र
(c) य र ल व
(d) ल व य र
(e) इनमें से कोई नहीं
S8. Ans. (c)
Sol. जब कभी मनुष्य तात्कालिक लाभ के लिए, तुच्छ स्वार्थ के लिए कोई बुरा कार्य करता है तो उसका परिणाम सदा ही बुरा होता है।
(e) इनमें से कोई नहीं
S8. Ans. (c)
Sol. जब कभी मनुष्य तात्कालिक लाभ के लिए, तुच्छ स्वार्थ के लिए कोई बुरा कार्य करता है तो उसका परिणाम सदा ही बुरा होता है।
Q9. (1) मनुष्य प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ इसी कारण कहलाता है कि
(य) तात्कालिक लाभ के लिए,
(र) किन्तु जब कभी मनुष्य
(ल) ईश्वर ने उसे भले-बुरे की पहचान की शक्ति दी है, विवेक दिया है।
(व) तुच्छ स्वार्थ के लिए कोई बुरा कार्य करता है तो उसका
(6) परिणाम सदा ही बुरा होता है।
(a) ल य र व
(b) ल व य र
(c) ल र य व
(b) ल व य र
(c) ल र य व
(d) य व र ल
(e) इनमें से कोई नहीं
S9. Ans. (c)
Sol. मनुष्य प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ इसी कारण कहलाता है कि ईश्वर ने उसे भले-बुरे की पहचान की शक्ति दी है, विवेक दिया है। किन्तु जब कभी मनुष्य तात्कालिक लाभ के लिए, तुच्छ स्वार्थ के लिए कोई बुरा कार्य करता है तो उसका परिणाम सदा ही बुरा होता है।
(e) इनमें से कोई नहीं
S9. Ans. (c)
Sol. मनुष्य प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ इसी कारण कहलाता है कि ईश्वर ने उसे भले-बुरे की पहचान की शक्ति दी है, विवेक दिया है। किन्तु जब कभी मनुष्य तात्कालिक लाभ के लिए, तुच्छ स्वार्थ के लिए कोई बुरा कार्य करता है तो उसका परिणाम सदा ही बुरा होता है।
Q10. (1) जो व्यक्ति किसी भी तरह
(य) नहीं मोड़ता वह जीवन में
(र) की परिस्थितियों का दास बनकर
(ल) नहीं रह जाता
(व) और परिश्रम से मुँह
(6) कभी असफल नहीं हो सकता।
(a) र ल व य
(b) र य व ल
(c) ल य व र
(b) र य व ल
(c) ल य व र
(d) र य व ल
(e) इनमें से कोई नहीं
S10. Ans. (a) Sol. जो व्यक्ति किसी भी तरह की परिस्थितियों
(e) इनमें से कोई नहीं
S10. Ans. (a) Sol. जो व्यक्ति किसी भी तरह की परिस्थितियों
Q11. (1) कम्प्यूटर ऐसे यांत्रिक
(य) जो तीव्रतम गति से
(र) मस्तिष्कों का रूपात्मक तथा
(ल) समन्वयात्मक योग व गुणात्मक घनत्व है,
(व) न्यूनतम समय में
(6) अधिक-से-अधिक काम कर सकता है।
(a) र ल य व
(b) र य ल व
(c) य ल व र
(b) र य ल व
(c) य ल व र
(d) व र य ल
(e) इनमें से कोई नहीं
S11. Ans. (a)
Sol. कम्प्यूटर ऐसे यांत्रिक मस्तिष्कों का रूपात्मक तथा समन्वयात्मक योग व गुणात्मक घनत्व है, जो तीव्रतम गति से न्यूनतम समय में अधिक-से-अधिक काम कर सकता है।
(e) इनमें से कोई नहीं
S11. Ans. (a)
Sol. कम्प्यूटर ऐसे यांत्रिक मस्तिष्कों का रूपात्मक तथा समन्वयात्मक योग व गुणात्मक घनत्व है, जो तीव्रतम गति से न्यूनतम समय में अधिक-से-अधिक काम कर सकता है।
Q12. (1) विज्ञान वरदान है या अभिशाप
(य) क्योंकि मनुष्य ने अपनी
(र) यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर देना आसान नहीं है
(ल) अनेक प्रकार के आविष्कार किए और अपने स्वार्थों के कारण
(व) आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए विज्ञान को साधन बनाकर
(6) उसका दुरुपयोग करते हुए उसे अभिशाप बना दिया।
(a) य व ल र
(b) र य व ल
(c) ल य व र
(b) र य व ल
(c) ल य व र
(d) र व य ल
(e) इनमें से कोई नहीं
S12. Ans. (b)
Sol. विज्ञान वरदान है या अभिशाप यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर देना आसान नहीं है क्योंकि मनुष्य ने अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए विज्ञान को साधन बनाकर अनेक प्रकार के आविष्कार किए और अपने स्वार्थों के कारण उसका दुरुपयोग करते हुए उसे अभिशाप बना दिया।
(e) इनमें से कोई नहीं
S12. Ans. (b)
Sol. विज्ञान वरदान है या अभिशाप यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर देना आसान नहीं है क्योंकि मनुष्य ने अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए विज्ञान को साधन बनाकर अनेक प्रकार के आविष्कार किए और अपने स्वार्थों के कारण उसका दुरुपयोग करते हुए उसे अभिशाप बना दिया।
Q13. (1) मनुष्य प्रकृति का अभिन्न अंग है अपने
(य) वह प्रकृति पर निर्भर है।
(र) परंतु अपनी असीमित आवश्यकताओं
(ल) जीवन की सभी प्रकार की आवश्यकताओं के लिए
(व) की पूर्ति करने के लिए वह प्रकृति का
(6) दोहन करने पर जुटा हुआ है।
(a) र व य ल
(b) ल र य व
(c) ल य व र
(b) ल र य व
(c) ल य व र
(d) ल य र व
(e) इनमें से कोई नहीं
S13. Ans. (d)
Sol. मनुष्य प्रकृति का अभिन्न अंग है। अपने जीवन की सभी प्रकार की आवश्यकताओं के लिए वह प्रकृति पर निर्भर है। परंतु अपनी असीमित आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए वह प्रकृति का दोहन करने पर जुटा हुआ है।
(e) इनमें से कोई नहीं
S13. Ans. (d)
Sol. मनुष्य प्रकृति का अभिन्न अंग है। अपने जीवन की सभी प्रकार की आवश्यकताओं के लिए वह प्रकृति पर निर्भर है। परंतु अपनी असीमित आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए वह प्रकृति का दोहन करने पर जुटा हुआ है।
Q14. (1) सभा भवन दर्शकों से भरा हुआ था,
(य) इसके पश्चात् सांस्कृतिक कार्यक्रम
(र) विद्यालय की प्रगति का विवरण दिया।
(ल) अमूल्य विचारों के बीच
(व) सर्वप्रथम प्राचार्य महोदय ने अपने
(6) और सरस्वती
वंदना आरम्भ हुई।
वंदना आरम्भ हुई।
(a) ल र य व
(b) व य ल र
(c) ल र व य
(b) व य ल र
(c) ल र व य
(d) व ल र य
(e) इनमें से कोई नहीं
S14. Ans. (d)
Sol. सभा भवन दर्शकों से भरा हुआ था, सर्वप्रथम प्राचार्य महोदय ने अपने अमूल्य विचारों के बीच विद्यालय की प्रगति का विवरण दिया। इसके पश्चात् सांस्कृतिक कार्यक्रम और सरस्वती वंदना आरम्भ हुई।
(e) इनमें से कोई नहीं
S14. Ans. (d)
Sol. सभा भवन दर्शकों से भरा हुआ था, सर्वप्रथम प्राचार्य महोदय ने अपने अमूल्य विचारों के बीच विद्यालय की प्रगति का विवरण दिया। इसके पश्चात् सांस्कृतिक कार्यक्रम और सरस्वती वंदना आरम्भ हुई।
Q15. (1) हमारे देश में जो भी त्योहार
(य) या पर्व मनाए जाते हैं,
(र) उनमें अनेकरूपता दिखाई पड़ती है।
(ल) तो कुछ सांस्कृतिक या किसी घटना
(व) कुछ त्योहार ऋतु और मौसम के अनुसार मनाए जाते हैं,
(6) विशेष से सम्बन्धित होकर सम्पन्न होते हैं।
(a) य र ल व
(b) व ल य र
(c) य व र ल
(b) व ल य र
(c) य व र ल
(d) य र व ल
(e) इनमें से कोई नहीं
(e) इनमें से कोई नहीं
S15. Ans. (d)
Sol. हमारे देश में जो भी त्योहार या पर्व मनाए जाते हैं, उनमें अनेकरूपता दिखाई पड़ती है। कुछ त्योहार ऋतु और मौसम के अनुसार मनाए जाते हैं, तो कुछ सांस्कृतिक या किसी घटना विशेष से सम्बन्धित होकर सम्पन्न होते हैं।