1. अंतर्राष्ट्रीय नारकोटिक्स नियंत्रण बोर्ड के लिए किस भारतीय को पुनः निर्वाचित किया गया है?
जगजीत पवड़िया
भारत की जगजीत पवड़िया को अंतर्राष्ट्रीय नारकोटिक्स नियंत्रण बोर्ड के लिए पुनः निर्वाचित किया गया है। वे 2015 से अंतर्राष्ट्रीय नारकोटिक्स नियंत्रण बोर्ड की सदस्य हैं। भारत की जगजीत पवड़िया को सर्वाधिक 44 वोट मिले। सदस्यों का चुनाव संयुक्त राष्ट्र आर्थिक व सामाजिक परिषद् (ECOSOC) द्वारा किया जाता है। इस चुनाव में ECOSOC के 54 सदस्यों ने हिस्सा लिया।
भारत की जगजीत पवड़िया को अंतर्राष्ट्रीय नारकोटिक्स नियंत्रण बोर्ड के लिए पुनः निर्वाचित किया गया है। वे 2015 से अंतर्राष्ट्रीय नारकोटिक्स नियंत्रण बोर्ड की सदस्य हैं। भारत की जगजीत पवड़िया को सर्वाधिक 44 वोट मिले। सदस्यों का चुनाव संयुक्त राष्ट्र आर्थिक व सामाजिक परिषद् (ECOSOC) द्वारा किया जाता है। इस चुनाव में ECOSOC के 54 सदस्यों ने हिस्सा लिया।
लव
विश्व रेडक्रॉस और रेड क्रिसेंट दिवस प्रतिवर्ष लोगों को किसी भी समय कहीं भी मदद करने के लिए, दुनिया भर के अधिकारियों और स्वयंसेवकों के असाधारण योगदान और अविश्वसनीय उपलब्धियों को पहचानने के लिए मनाया जाता है। यह दिन रेड क्रॉस (ICRC) की अंतर्राष्ट्रीय समिति के संस्थापक जीन हेनरी डुनेंट और पहले नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्तकर्ता के जन्मदिन की सालगिरह के रूप में भी मनाया जाता है। इसकी 2019 की थीम “लव” है।
विश्व रेडक्रॉस और रेड क्रिसेंट दिवस प्रतिवर्ष लोगों को किसी भी समय कहीं भी मदद करने के लिए, दुनिया भर के अधिकारियों और स्वयंसेवकों के असाधारण योगदान और अविश्वसनीय उपलब्धियों को पहचानने के लिए मनाया जाता है। यह दिन रेड क्रॉस (ICRC) की अंतर्राष्ट्रीय समिति के संस्थापक जीन हेनरी डुनेंट और पहले नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्तकर्ता के जन्मदिन की सालगिरह के रूप में भी मनाया जाता है। इसकी 2019 की थीम “लव” है।
भारत
फ़िनलैंड के रोवानिएमी में 11वीं आर्कटिक परिषद् की मंत्रीस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया, इस बैठक में भारत को आर्कटिक परिषद् की अंतरसरकारी फोरम में पुनः पर्यवेक्षक चुना गया है। भारत ने आर्कटिक परिषद् में और अधिक योगदान देने के लिए प्रतिबद्धता ज़ाहिर की है।
फ़िनलैंड के रोवानिएमी में 11वीं आर्कटिक परिषद् की मंत्रीस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया, इस बैठक में भारत को आर्कटिक परिषद् की अंतरसरकारी फोरम में पुनः पर्यवेक्षक चुना गया है। भारत ने आर्कटिक परिषद् में और अधिक योगदान देने के लिए प्रतिबद्धता ज़ाहिर की है।
बीकानेर
हाल ही में राजस्थान के बीकानेर में डेजर्ट स्टॉर्म 2019 की शुरुआत हुई, इसे भारत की सबसे लम्बी क्रॉस कंट्री रैली कहा जाता है। इस चार दिवसीय रैली में 100 टीमें हिस्सा लेंगी।
हाल ही में राजस्थान के बीकानेर में डेजर्ट स्टॉर्म 2019 की शुरुआत हुई, इसे भारत की सबसे लम्बी क्रॉस कंट्री रैली कहा जाता है। इस चार दिवसीय रैली में 100 टीमें हिस्सा लेंगी।
जम्मू-कश्मीर
भारत का पहला प्राकृतिक आइस कैफ़े लद्दाख के लेह में 14,000 फीट की ऊंचाई पर शुरू हो गया है। यह आइस कैफ़े मनाली-लेह हाईवे पर स्थित है। इसका निर्माण सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा प्राकृतिक प्रक्रिया द्वारा किया गया है। इसका उद्देश्य शीतकाल में पानी की बचत करना तथा बाद में आवश्यकता पड़ने पर इसका उपयोग सिंचाई के लिए करना है। इस कैफ़े को सोनम वांगचुक के आइस स्तूप की भांति तैयार किया गया है। यह पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन गया है।
भारत का पहला प्राकृतिक आइस कैफ़े लद्दाख के लेह में 14,000 फीट की ऊंचाई पर शुरू हो गया है। यह आइस कैफ़े मनाली-लेह हाईवे पर स्थित है। इसका निर्माण सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा प्राकृतिक प्रक्रिया द्वारा किया गया है। इसका उद्देश्य शीतकाल में पानी की बचत करना तथा बाद में आवश्यकता पड़ने पर इसका उपयोग सिंचाई के लिए करना है। इस कैफ़े को सोनम वांगचुक के आइस स्तूप की भांति तैयार किया गया है। यह पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन गया है।
जापान
जापानी एयरोस्पेस स्टार्टअप कंपनी इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजी अन्तरिक्ष में राकेट लांच करने वाली जापान की पहली निजी फर्म बन गयी है। इस कंपनी ने “मोमो-3” नामक छोटा राकेट होकाईडो से लांच किया। यह राकेट 110 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचा, बाद में यह प्रशांत महासागर में गिर गया। इस राकेट की लम्बाई लगभग 10 मीटर है तथा इसका व्यास 50 सेंटीमीटर है। इसका भार एक टन है। यह राकेट पृथ्वी की कक्षा में पेलोड स्थापित कर सकता है। इस इंटरस्टेलर कंपनी की स्थापना ताकाफुमी होरी द्वारा की गयी थी, इस कंपनी का उद्देश्य सस्ते वाणिज्यिक राकेट विकसित करके उपग्रहों को अन्तरिक्ष में स्थापित करना है।
जापानी एयरोस्पेस स्टार्टअप कंपनी इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजी अन्तरिक्ष में राकेट लांच करने वाली जापान की पहली निजी फर्म बन गयी है। इस कंपनी ने “मोमो-3” नामक छोटा राकेट होकाईडो से लांच किया। यह राकेट 110 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचा, बाद में यह प्रशांत महासागर में गिर गया। इस राकेट की लम्बाई लगभग 10 मीटर है तथा इसका व्यास 50 सेंटीमीटर है। इसका भार एक टन है। यह राकेट पृथ्वी की कक्षा में पेलोड स्थापित कर सकता है। इस इंटरस्टेलर कंपनी की स्थापना ताकाफुमी होरी द्वारा की गयी थी, इस कंपनी का उद्देश्य सस्ते वाणिज्यिक राकेट विकसित करके उपग्रहों को अन्तरिक्ष में स्थापित करना है।
केरल
हाल ही में डॉ. एन.आर. माधव मेनन का निधन हो गया, वे एक प्रसिद्ध शिक्षाविद तथा आधुनिक भारतीय कानूनी शिक्षा के जनक थे। उनका निधन 8 मई, 2019 को 84 वर्ष की आयु में केरल के तिरुवनंतपुरम में हुआ। उन्हें नेशनल लॉ स्कूल की स्थापना करके भारत में कानूनी शिक्षा के क्षेत्र में क्रान्ति लाने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने 5 वर्षीय एकीकृत LLB कार्यक्रम की संकल्पना प्रस्तुत की थी। वे नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU) बंगलुरु, नेशनल जुडिशल अकैडमी भोपाल तथा वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ जुडिशल साइंसेज के संस्थापक-वाईस चांसलर थे। उन्हें कानून क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान के लिए 2003 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
हाल ही में डॉ. एन.आर. माधव मेनन का निधन हो गया, वे एक प्रसिद्ध शिक्षाविद तथा आधुनिक भारतीय कानूनी शिक्षा के जनक थे। उनका निधन 8 मई, 2019 को 84 वर्ष की आयु में केरल के तिरुवनंतपुरम में हुआ। उन्हें नेशनल लॉ स्कूल की स्थापना करके भारत में कानूनी शिक्षा के क्षेत्र में क्रान्ति लाने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने 5 वर्षीय एकीकृत LLB कार्यक्रम की संकल्पना प्रस्तुत की थी। वे नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU) बंगलुरु, नेशनल जुडिशल अकैडमी भोपाल तथा वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ जुडिशल साइंसेज के संस्थापक-वाईस चांसलर थे। उन्हें कानून क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान के लिए 2003 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
8 मई
प्रतिवर्ष 8 मई को विश्व थैलेसीमिया दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व थैलेसीमिया दिवस की थीम “थैलेसीमिया के लिए गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सुविधा की सार्वभौमिक पहुँच” है। इसका उद्देश्य थैलेसीमिया (एक आनुवंशिक रोग) के बारे में जागरूकता फैलाना है तथा इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाना है।
प्रतिवर्ष 8 मई को विश्व थैलेसीमिया दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व थैलेसीमिया दिवस की थीम “थैलेसीमिया के लिए गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सुविधा की सार्वभौमिक पहुँच” है। इसका उद्देश्य थैलेसीमिया (एक आनुवंशिक रोग) के बारे में जागरूकता फैलाना है तथा इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाना है।