8 मार्च को पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाता है। सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने की शुरूआत सन् 1990 में हुई, हालांकि इसे आधिकारिक मान्यता साल 1975 में मिली।
यह वही साल था जब संयुक्त राष्ट्र संघ ने एक थीम के साथ इसे मनाना शुरु किया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की सबसे पहली थीम 'सेलीब्रेटिंग द पास्ट, प्लानिंग फॉर द फ्यूचर रखी गई।
खास बात यह है कि हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने के लिए एक खास थीम रखी जाती है। इस बार इस दिन के लिए जो थीम रखी गई है उसका नाम है 'BalanceforBetter'.
तो इसलिए मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
आज महिलाएं खुद को बेहतर तरीके से व्यक्त कर सकती हैं, लेकिन पहले ऐसा बिल्कुल नहीं था। पहले की महिलाओं को न तो पढ़ने की आजादी दी जाती थी न नौकरी करने और वोट डालने की। जिसके बाद 1908 में 15000 महिलाओं ने न्यूयॉर्क सिटी की सड़कों पर एक मार्च निकाला, जिसमें वोटिंग अधिकारों से लेकर काम करने के घंटों को कम करने और बेहतर वेतन की मांग शामिल थी।
साल 1909 में अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने एक घोषणा करके यूनाइटेड स्टेट्स में पहला राष्ट्रीय महिला दिवस 28 फरवरी को मनाया। जिसके बाद 1910 में जर्मनी और 19 मार्च 1911 को पहली बार आस्ट्रिया डेनमार्क और स्विट्जरलैंड में भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया।