Daily CA Dose : 11-12-2019

भारत और चीन के बीच मेघालय में 8वां संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास ‘हैंड-इन-हैंड 2019’ आयोजित किया जा रहा है

भारत और चीन के बीच मेघालय के उमरोई में 7 से 20 दिसंबर तक 8वां संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास ‘हैंड-इन-हैंड 2019’ (Hand in Hand 2019) आयोजित किया जा रहा है. दोनों देशों के बीच यह अभ्यास संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत आतंकवाद का मुकाबला करने वाली थीम पर आधारित है.

इस अभ्यास में चीनी दल की ओर से तिब्बत सैन्य कमान के 130 जवान और इतनी ही संख्या में भारतीय सैन्यकर्मी हिस्सा ले रहे हैं.
इसका उद्देश्य उपनगरीय इलाके के लिए संयुक्त योजना बनाना और आतंकवाद रोधी अभियानों के संचालन का अभ्यास करना है.
यह अभ्यास कार्यक्रम विभिन्न व्याख्यानों और आतंकियों से निपटने के अभ्यास तथा एक-दूसरे के हथियारों से फायरिंग, विशेष हवाई अभियान के प्रशिक्षण और आतंकवादी परिस्थितियों में चलाए गए विभिन्न अभियानों की केस स्टडीज पर केंद्रित है.
प्रशिक्षण के दौरान दो सामरिक अभ्यास; पहला आतंकवाद निरोधक परिदृश्य पर और दूसरा मानवीय एवं आपदा राहत (HADR) अभियान पर निर्धारित हैं.
हैण्ड-इन-हैण्ड (Hand in Hand) संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास: एक दृष्टि
हैण्ड-इन-हैण्ड, भारत और चीन के बीच आयोजित होने वाला एक वार्षिक संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास है. इस सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास का पहला संस्करण 2007 में चीन के कुनमिंग में आयोजित किया गया था.
इसके दूसरे संस्करण का आयोजन भारत में कर्नाटक के बेलगाम में किया गया था. दूसरे संस्करण के आयोजन के बाद इस अभ्यास का आयोजन बंद कर दिया गया था. वर्ष 2013 में इस अभ्यास का आयोजन पुनः आरम्भ हुआ.

ओपेक और सहयोगी देशों ने तेल उत्पादन में प्रतिदिन पांच लाख बैरल कटौती करने का फैसला किया

पेट्रोलियम उत्पादक निर्यातक देशों के संगठन (OPEC) और रूस सहित सहयोगी देशों ने तेल उत्पादन में प्रतिदिन पांच लाख बैरल कटौती करने का फैसला किया है. यह फैसला OPEC सदस्यों की 6 दिसम्बर को वियना में हुई बैठक में लिया गया. यह कटौती 1 जनवरी 2020 से लागू होगा.
उत्पादक देशों का मानना है कि इस समय वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति जरूरत से अधिक है, जिससे तेल की कीमतें नीचे आने का जोखिम हो सकता है. इससे पहले इन देशों में दिसंबर 2018 में उत्पादन को अक्टूबर 2018 के स्तर से 12 लाख बैरल कम करने का समझौता हुआ था. कटौती मार्च 2020 तक बनाए रखने का निर्णय हुआ था.
ओपेक (OPEC): एक दृष्टि
  • ओपेक या OPEC, Organization of the Petroleum Exporting Countries का संक्षिप्त रूप है.
  • यह पेट्रोलियम उत्पादक देशों का संगठन है. इस संगठन का मुख्यालय ऑस्ट्रिया के विएना में है.
  • OPEC की स्थापना सितम्बर 1960 में हुई थी तथा 1961 से इस संगठन ने अपना काम करना शुरू कर दिया था.
  • इसके सदस्य हैं: अल्जीरिया, अंगोला, ईक्वाडोर, इरान, ईराक, कुवैत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, नाइजीरिया, लीबिया तथा वेनेजुएला, गबोन, इक्वेटोरियल गिनी.
  • OPEC देश विश्व के कुल 43% तेल का उत्पादन करते हैं, विश्व के तेल भंडार का 73% हिस्सा OPEC देशों में स्थित है.
  • OPEC का उद्देश्य पेट्रोलियम नीति पर सदस्य देशों के साथ समन्वय करना तथा पेट्रोलियम की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करना है.

    भारत में पहली बार पशु किसान क्रेडिट कार्ड हरियाणा के किसानों को बांटे गए

    भारत में पहली बार पशु किसान क्रेडिट कार्ड कल हरियाणा के भिवानी में 101 पशु-पालक किसानों को बांटे गए. हरियाणा सरकार ने मार्च, 2021 तक दस लाख पशु किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने का लक्ष्‍य रखा है.
    इस कार्यक्रम के तहत बैंक एक गाय के लिए 40783 रुपए और भैंस के लिए 60249 रुपए ऋण देते हैं. बकरी और भेड़ प्रत्‍येक के लिए ऋण राशि 463 रुपए है. प्रत्‍येक सूअर के लिए 16337 रुपए दिए जाते हैं. मुर्गियों के लिए 720 रुपए की राशि दी जाती है.

    7 दिसम्बर: सशस्त्र सेना झंडा दिवस

    प्रत्येक वर्ष 7 दिसम्बर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस (Armed Forces Flag Day) मनाया जाता है. झंडा दिवस का उद्देश्य देश वासियों द्वारा सेना के प्रति सम्मान प्रकट करना है. इस दिन सशस्‍त्र बल कर्मियों के कल्‍याण के लिए लोगों से धन जुटाया जाता है. झंडा दिवस के दिन जुटाए गए धन का उपयोग सेवारत सैन्‍य कर्मियों और पूर्व सैनिकों के कल्‍याण के लिए किया जाता है.
    भारत सरकार ने 1949 में सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाने का निर्णय लिया था. इस दिन झंडे की खरीद से इकट्ठा हुए धन को शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण में खर्च किया जाता है.

    7 दिसंबर: अन्तर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस

    प्रत्येक वर्ष 7 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस (International Civil Aviation Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस का उद्देश्य राज्यों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए अन्तर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के महत्व के बारे में दुनिया भर में जागरूकता पैदा करने में मदद करना है.
    इस वर्ष यानी 2019 में नागरिक विमानन दिवस का विषय (थीम) ’75 इयर्स ओद कनेक्टिंग द वर्ल्ड’ (75 years of connecting the world) है.
    ICAO (The International Civil Aviation Organization) ने 1994 में इस दिवस को मनाने की पहल की थी. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1996 में, 7 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में अन्तर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस के रूप में आधिकारिक तौर पर मान्यता दी.
    विमानन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
    • दुनिया की सबसे पुरानी एयरलाइन KLM (Koninklijke Luchtvaart Maatschappij) है. इसकी स्थापना 1919 में हुई थी और इसकी पहली उड़ान एम्स्टर्डम और लंदन के बीच 17 मई, 1920 को हुई थी.
    • भारत की सबसे पुरानी एयरलाइन ‘टाटा एयरलाइंस’ है जिसे 1932 में जेआरडी टाटा द्वारा स्थापित किया गया था. 1946 में यह एयर इंडिया (Air India) बन गई.
    • एयरलाइन की उड़ान के दौरान पायलट और सह-पायलट एक ही भोजन नहीं करते हैं क्योंकि अगर एक भोजन विषाक्तता से ग्रस्त है, तो दूसरा विमान को उड़ा सकता है.

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