जल शक्ति मंत्रालय पूर्व के जल संसाधन, नदी विकास, गंगा जीर्णोद्धार मंत्रालय को पुनर्गठित करके बनाया गया है, जिसे पिछली सरकार में नितिन गडकरी द्वारा संचालित किया गया था।
पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय को भी इसमें जोड़ा गया है।
जल शक्ति मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्य जल विवादों से लेकर, नमामि गंगे परियोजना - जिसमें नदी, उसकी सहायक नदियों और उप-सहायक नदियों की सफाई की पर कार्य करेगा और स्वच्छ पेयजल प्रदान करेगा। इसके लिए मनरेगा योजना की मदद ली जाएगी। जल स्रोतों को बचाने के लिए कुछ महीने पहले इजराइल और भारतीय अधिकारियों की नीति आयोग के साथ बैठक भी हो चुकी हैं।
चुनाव से पहले भाजपा ने संकल्प पत्र में स्वच्छ पेय जल उपलब्ध कराने को प्राथमिकता दी थी। मंत्रिमंडल में इसकी जिम्मेदारी राजस्थान के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि PM ने जल से जुड़े सभी मंत्रालयों को एक जगह पर लाने की दृष्टि से मंत्रालय का नाम बदल कर जल शक्ति किया है।