इंडियन एयरफोर्स की पहली महिला फाइटर पायलट भावना कांत की ट्रेनिंग का एक चरण पूरा हो गया है और वे अब दिन के वक्त युद्ध के लिए तैयार हो चुकी हैं।
बता दें, जो दिन के वक्त लड़ाई के लिए तैयार होते हैं उन्हें ''डे ऑप्स'' कहा जाता है यानी दिन के लिए तैयार। अभी उनकी रात के वक्त फाइटर पायलट के तौर पर ट्रेनिंग बाकी है जिसके बाद वह पूरी तरह से ऑपरेशनल होंगी यानी दिन हो या रात किसी भी वक्त युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार होंगी।
फ्लाइट लेफ्टिनंट भावना कांत राजस्थान के पास नाल में एयरफोर्स के फ्रंट लाइन बेस में हैं और 3-स्क्वॉर्डन का हिस्सा हैं।
वह मिग-21 बाइसन फाइटर पायलट हैं। अभी फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनि चतुर्वेदी और मोहना सिंह की ट्रेनिंग चल रही है।
फाइटर पायलट बनने के लिए अलग अलग फेज में ट्रेनिंग होती है। पहले उन्हें अकेले लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए तैयार किया जाता है फिर कैसे लड़ाकू विमान को युद्ध की स्थिति में हथियार के साथ इस्तेमाल करना है, उसकी ट्रेनिंग होती है।
भावना मिग-21 'बाइसन' की पायलट हैं। यह दुनिया में सबसे तेज लैंडिंग और टेकऑफ के लिए जाना जाता है। यह 340 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम रफ्तार से लैंडिंग और टेकऑफ करता है।