Today's CA Dose : 12-12-2018

1. हाल ही में केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली में योगदान को 10% से बढ़ाकर कितना किया?
उत्तर – 14%
हाल ही में राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली में कुछ एक संशोधन किये। वर्तमान में NPS में कर्मचारियों का योगदान 10% तथा इतना ही योगदान सरकार द्वारा किया जाता था। संशोधन के बाद सरकार का योगदान 10% से बढ़कर 14% कर दिया गया है।


कुल जमा किये गये कार्पस में से 40% राशि को एन्युटी की खरीद पर कर मुक्त किया गया है। शेष 60% कार्पस को कर्मचारी अपनी सेवानिवृत्ति के समय निकाल सकते है। इस 60% में से 40% राशि कर मुक्त है, शेष 20% राशि पर कर लगाया जाता है। अब नए संशोधन के अनुसार 60% राशि को ही कर मुक्त कर दिया गया है
राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) की शुरुआत सरकारी कर्मचारियों के लिए 1 जनवरी, 2004 में की गयी थी। वर्ष 2004 के बाद सरकारी सेवा में शामिल होने वाले कर्मचारियों को NPS में शामिल किया जाता है। प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए यह पेंशन 2009 में शुरू हुई थी।
2. भारतीय रिज़र्व बैंक के नए गवर्नर कौन बने?
उत्तर – शक्तिकांत दास
11 दिसम्बर को शक्तिकांत दास को भारतीय रिज़र्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किया, वे भारतीय रिज़र्व बैंक के 25वें गवर्नर हैं। उनका कार्यकाल तीन वर्ष का होगा। उन्हें उर्जित पटेल के स्थान पर नियुक्त किया गया गया है।
इससे पहले डॉ उर्जित पटेल ने पारिवारिक कारणों से भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर के पद से इस्तीफ़ा दिया था। वे भारतीय रिज़र्व बैंक के 24वें गवर्नर थे। RBI के गवर्नर के रूप में उनका कार्यकाल 4 सितम्बर, 2016 से 10 दिसम्बर, 2018 के बीच रहा। उन्होंने इस इस्तीफे का कारण पारिवारिक बताया है। पिछले कुछ समय में भारतीय रिज़र्व बैंक तथा केंद्र सरकार के बीच कुछ मतभेद उभरे थे।
शक्तिकांत दास आर्थिक मामले विभाग के पूर्व सचिव हैं। वे मई, 2017 में आर्थिक मामले सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे। वे 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अफसर हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक भारत का केन्द्रीय बैंक है। यह भारत के सभी बैंकों का संचालक है। रिजर्व बैक भारत की अर्थव्यवस्था को नियन्त्रित करता है। 1 अप्रैल सन 1935 को इसकी स्थापना रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया अधिनियम, 1934 के अनुसार हुई थी।
3. हाल ही में 6 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ान भरने वाले लाइट यूटिलिटी हेलीकाप्टर का निर्माण किसने किया?
उत्तर – हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (HAL)
हाल ही में हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड ने 6 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ान भरने वाले लाइट यूटिलिटी हेलीकाप्टर का विकास किया, इस हेलीकाप्टर का विकास कर्नाटक के बंगलुरु में किया गया है। इसकी पहली उड़ान सितम्बर, 2016 में भरी गयी थी, इसके दूसरे प्रोटोटाइप को मई, 2017 में उड़ाया गया था।
हाल में इसकी परीक्षण उड़ान में हेलीकाप्टर का प्रदर्शन संतोषजनक था। यह हेलीकाप्टर ठण्ड क्षेत्रों में ऊंचाई पर उड़ान भरने का प्रयास करेगा, यह परीक्षण उड़ान जनवरी, 2019 में भरी जायेगी।
यह हेलीकाप्टर की तीन टन की नयी पीढ़ी है, इसका डिजाईन व विकास स्वदेशी रूप से हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड के रोटरी विंग रिसर्च एंड डिजाईन सेण्टर द्वारा किया जाता है। यह नए हेलीकाप्टर भारतीय सशस्त्र सेनाओं के पुराने हो रहे चीता और चेतक हेलीकाप्टर का स्थान लेंगे।
यह हेलीकाप्टर 220 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से उड़ान भर सकते हैं, यह 6.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ान भर सकते हैं। यह 400 किलोग्राम पेलोड के साथ 350 किलोमीटर की रेंज में उड़ान भर सकते हैं। इसमें ग्लास कॉकपिट का उपयोग किया जय है। इसमें TM/HAL Ardiden 1U/शक्ति 1U सिंगल टर्बो शाफ़्ट इंजन का उपयोग किया गया है।
यह हेलीकाप्टर सैन्य तथा असैन्य दोनों तरह के कार्य के लिए उपयोगी है। इसका उपयोग निगरानी तथा हलके सामान के परिवहन के लिए किया जा सकता है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड के पास 187 लाइट यूटिलिटी हेलीकाप्टर की मांग है, इसमें 126 हेलीकाप्टर भारतीय सेना तथा 61 भारतीय वायुसेना के लिए शामिल है।
यह सरकारी एयरोस्पेस व रक्षा कंपनी है, यह कर्नाटक के बंगलुरु में स्थित है। यह केन्द्रीय रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करती है। यह भविष्य के एयरक्राफ्ट तथा एरोइंजन टेक्नोलॉजी के विकास के लिए कार्य करता है। HAL अब तक ध्रुव एडवांस्ड लाइट हेलीकाप्टर, मल्टी रोल सेवेन सीटर चेतक हेलीकाप्टर, लाइट कॉम्बैट हेलीकाप्टर चीता और लांसर इत्यादि का विकास किया है।
4. 2018 में अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस कब मनाया गया?
उत्तर – 9 दिसम्बर
प्रतिवर्ष विश्व भर में 9 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य भ्रष्टाचार के विरुद्ध जागरूकता फैलाना है।
अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस की स्थापना 31 अक्टूबर, 2003 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रस्ताव पारित करने के बाद की गयी थी। वर्तमान में विश्व का कोई देश व क्षेत्र भ्रष्टाचार से अछूता नहीं है, भ्रष्टाचार का स्वरुप राजनीतिक, सामाजिक तथा आर्थिक हो सकता है। इस दिवस का आयोजन संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम तथा संयुक्त राष्ट्र ड्रग्स व अपराध कार्यालय द्वारा किया जाता है। इस दिवस पर कई सम्मेलन, अभियान इत्यादि शुरू किये जाते हैं, इसके द्वारा भ्रष्टाचार के सन्दर्भ में जागरूकता फैलाने का कार्य किया जाता है।
5. हाल ही में अरुणाचल प्रदेश का 23वां जिला कौन सा बना?
उत्तर – शी योमी
शी योमी अरुणाचल प्रदेश का 23वां जिला बना, इसका निर्माण पश्चिम सियांग जिले का विभाजन करके किया गया। इस नवनिर्मित जिले का मुख्यालय तातो में है। इस जिले की चार प्रशासनिक इकाइयां होंगी : मेचुका, तातो, पीडी तथा मनिगोंग। बाद में पक्के-केसांग तथा लेपा रादा को भी जिले के रूप में स्थापित किया जाएगा, इससे अरुणाचल प्रदेश के जिलों की संख्या बढ़कर 25 हो जाएगी।
अगस्त, 2018 में अरुणाचल प्रदेश विधानसभा ने अरुणाचल प्रदेश जिला पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2018 पारित किया था, इसके तहत पक्के-केसांग, लेपा रादा और शी योमी नामक तीन नए जिलों के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया था। इन जिलों का निर्माण विशाल भौगोलिक क्षेत्र, दुर्गम इलाके, लोगों की बढती मांग तथा चहुमुखी विकास को मध्य नज़र रखते हुए किया गया है। इन तीन जिलों के साथ अरुणाचल प्रदेश के जिलों की संख्या बढ़कर 25 तक पहुँच जायेगा। पक्के-केसांग जिले के निर्माण पूर्व कामेंग जिले से किया जाएगा, इसकी प्रशासनिक इकाइयां पक्के-केसांग, सिजोसा, पिजिरियांग, पस्सा घटी और दिसिंगन पासो है, इसका मुख्यालय लेम्मी है। लेपा रादा जिले का निर्माण लोअर सियांग जिले का विभाजन करके किया जायेगा, इसका मुख्यालय बसर में स्थित होगा। इसकी चार प्रशासनिक इकाइयां हैं : तिरबिन, बसर, दारिंग और सागो।
6. विश्व बैंक के अनुसार भारत को कितनी प्रेषण राशि प्राप्त होगी?
उत्तर – 80 अरब डॉलर
विश्व बैंक की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में भारत को विश्व में सर्वाधिक 80 अरब प्रेषण (remittance) प्राप्त होगा। यह राशि भारत को विदेश में निवास करने वाले नागरिकों से प्राप्त हुई है। भारत के बाद चीन (67 अरब डॉलर), मेक्सिको और फिलीपींस (34 अरब डॉलर) और मिस्र (26 अरब डॉलर) का स्थान है।
प्रेषण (remittance) : यह विदेश में काम करने वाले व्यक्ति द्वारा अपने देश में अपमे परिवार को भेजी जाने वाली धनराशी है। विकासशील देशों में इस धनराशी का निर्धनता उन्मूलन में काफी महत्व होता है।
मुख्य बिंदु
वैश्विक परिदृश्य : उच्च आय वाले देशों में इसमें 10.3% वृद्धि के साथ यह 689 अरब डॉलर तक पहुँच सकता है। 2019 में यह 3.7% की वृद्धि के साथ 715 अरब डॉलर तक पहुँच सकता है।
विकासशील देश : 2018 में विकासशील देशों में प्रेषण 10.8% की वृद्धि के साथ 528 अरब डॉलर तक पहुँच जायेगा, पिछले वर्ष इसमें 7.8% की वृद्धि हुई थी।
निम्न तथा मध्यम आय वर्गीय देश : इन देशों में 2019 में 4% की वृद्धि के साथ प्रेषण की राशी 549 अरब डॉलर तक पहुँच सकता है।
भारत: पिछले तीन वर्षों से भारत में प्रेषण में काफी वृद्धि आई है। वर्ष 2016 में प्रेषण 62.7 अरब डॉलर, 2017 में 65.3 अरब डॉलर था। 2017 में यह प्रेषण भारत के सकल घरेलु उत्पाद का 2.7% था।
दक्षिण एशिया: दक्षिण एशिया में प्रेषण 13.5% की वृद्धि के साथ 2018 में 132 अरब डॉलर तक पहुँचने का अनुमान लगाया है। 2017 में दक्षिण एशिया के सन्दर्भ में प्रेषण की वृद्धि दर 5.7% थी। बांग्लादेश और पाकिस्तान के प्रेषण में क्रमश: 17.9% तथा 6.2% की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि मुख्य रूप से विकसित देशों में बेहतर आर्थिक स्थितियों के कारण संभव हो सकी है। इसके अलावा तेल उत्पादक देशों जैसे बहरीन, कुवैत, ओमान, क़तर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात द्वारा तेल की कीमतों में वृद्धि किये जाने के कारण भी प्रेषण में वृद्धि हुई है।
7. हाल ही में किस संस्था ने वैश्विक पोषण रिपोर्ट 2018 जारी की?
उत्तर – विश्व स्वास्थ्य संगठन
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वैश्विक पोषण रिपोर्ट, 2018 जारी की गयी, इस रिपोर्ट के अनुसार विश्व में सबसे ज्यादा अवरुद्ध विकास युक्त बच्चे भारत में ही है। विश्व के 1/3 विकास अवरुद्ध बच्चे भारत में हैं।
2013 में विकास के लिए पोषण शिखर सम्मेलन के बाद वैश्विक पोषण रिपोर्ट को प्रस्तुत किया गया।
यह वैश्विक पोषण की स्थिति के सम्बन्ध में अग्रणी रिपोर्ट है, इस रिपोर्ट को स्वतंत्र विशेषज्ञ समूह द्वारा तैयार किया जाता है । इसका मार्गदर्शन स्टेकहोल्डर ग्रुप द्वारा किया जाता है।
8. हाल ही में केंद्र सरकार ने कितने मेडिकल उपकरणों को दवा की श्रेणी में शामिल किया?
उत्तर – 4
केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने हाल ही में अधिसूचना जारी करके चार मेडिकल उपकरणों को दवा की श्रेणी में शामिल किया। इस अधिसूचना के तहत ब्लड प्रेशर मॉनिटर, नेब्युलाईज़र, डिजिटल थर्मामीटर तथा ग्लूकोमीटर को ड्रग्स एंड कास्मेटिक अधिनियम1940 के तहत दवा की श्रेणी में शामिल किया गया। इस निर्णय से इन उपकरणों की गुणवत्ता और कार्य सुनिश्चित किया जा सकेगा। भारतीय दवा महा नियंत्रक जनवरी, 2020 से इन उपकरणों के आयात, विनिर्माण तथा बिक्री को रेगुलेट करेंगे।
जो कंपनियां इन उपकरणों का निर्माण अथवा आयात करती हैं उन्हें 1 जनवरी, 2020 से आवश्यक अनुमति प्राप्त करनी होगी। इन सभी डिवाइसेस को मेडिकल डिवाइस रूल्स, 2017 में बताये गये गुणवत्ता मानकों के तहत पंजीकृत करवाना होगा।
इन चार डिवाइसेस के साथ अब दवा की श्रेणी में रखी गयी डिवाइसेस की कुल संख्या बढ़कर 27 हो गयी है। इससे पहले 23 मेडिकल डिवाइसेस की गुणवत्ता की मोनिटरिंग DCGI द्वारा की जाती थी। अन्य मेडिकल उपकरण गुणवत्ता परीक्षण तथा क्लिनिकल ट्रायल के बिना बेचे जाते हैं। इससे पहले ड्रग टेक्निकल एडवाइजरी बॉडी ने इन चार उपकरणों को दवा की श्रेणी में शामिल करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी थी।
केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रक संगठन (CDSCO) के अंतर्गत DCGI विशिष्ट श्रेणी की दवाओं जैसे रक्त तथा रक्त उत्पाद, टीके, IV फ्लूइड इत्यादि के लिए लाइसेंस को मंज़ूरी देता है। DCGI भारत में दवा के उत्पादन, बिक्री, आयात तथा वितरण इत्यादि के लिए मानक तथा गुणवत्ता तय करता है। यह भारत में दवा की गुणवत्ता से संबधित विवाद के लिए अपीलीय प्राधिकरण का कार्य करता है। यह राज्य दवा नियंत्रण प्रयोगशालाओं द्वारा नियुक्त ड्रग एनालिस्ट प्रशिक्षण भी प्रदान करता है।
9. अग्नि 5 मिसाइल का निर्माण किस संगठन द्वारा किया गया है?
उत्तर – रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO)
भारत ने 10 दिसम्बर, 2018 को स्वदेशी विकसित अग्नि-5 मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस मिसाइल का प्रक्षेपण ओडिशा तट के डॉ अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया। डॉ अब्दुल कलाम द्वीप पर एकीकृत टेस्ट रेंज के मोबाइल लॉन्चर की मदद से इसे लॉन्च किया गया है और यह एक सतह से सतह प्रकार की मिसाइल है।
अग्नि 5 बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा तैयार की गयी है। यह अपनी श्रृंखला की सबसे उन्नत मिसाइल है। यह एक बेहद शक्तिशाली और लंबी दूरी की मिसाइल है जो नैविगेशन और दिशा-निर्देशन, वॉरहेड और इंजिन संबंधी नई तकनीकों से परिपूर्ण है। 17 मीटर लंबी, दो मीटर चौड़ी यह अग्नि -5 मिसाइल 5000 किमी की मारक क्षमता रखती है। इस मिसाइल का वजन लगभग 20 टन है और यह 1.5 टन तक का परमाणु हथियार भी ले जा सकती है। तेज गति वाली इस अग्नि-5 मिसाइल का उपयोग बहुत ही आसान है, युद्ध के समय इसका उपयोग किसी भी प्लेटफॉर्म से किया जा सकता है। क्योंकि यह मिसाइल लंबी मारक क्षमता के साथ साथ परमाणु हथियारों को भी ले जाने में सक्षम है जो सेना की शक्ति में वृद्धि को सुनिश्चित करता है।
अग्नि-5 की श्रंखला का पहला परीक्षण 19 अप्रैल 2012 को, दूसरा परीक्षण – 15 सितंबर 2013 को, तीसरा परीक्षण – 31 जनवरी 2015 को, चौथा परीक्षण – 26 दिसंबर 2016 को, तथा पांचवा परीक्षण – 18 जनवरी 2018 को हुआ जिसमें सारे ही परीक्षण सफल रहे और अब यह अग्नि 5 का छठा सफल परीक्षण था।
10. हाल ही में हैण्ड इन हैण्ड युद्ध अभ्यास किन दो देशों के बीच शुरू हुआ?
उत्तर – भारत और चीन
भारत और चीन के बीच 10 दिसम्बर, 2018 को “हैण्ड इन हैण्ड” युद्ध अभ्यास की शुरुआत हुई। इस युद्ध अभ्यास के उद्घाटन समारोह का आयोजन चेंगदू में किया गया। यह युद्ध अभ्यास 10 से 23 दिसम्बर के बीच आयोजित किया जायेगा।
हैण्ड इन हैण्ड युद्ध अभ्यास में भारत का प्रतिनिधित्व 11 सिखली टुकड़ी तथा चीन का प्रतिनिधित्व चीनी सेना की तिब्बती मिलिट्री जिले की रेजिमेंट द्वारा किया जा रहा है। इस युद्ध अभ्यास में भारतीय टुकड़ी का नेतृत्व कर्नल पुनीत प्रताप सिंह तोमर कर रहे हैं, जबकि चीनी सेना का नेतृत्व कर्नल झोऊ जून कर रहे हैं।
हैण्ड इन हैण्ड युद्ध अभ्यास में दोनों देशों की सेनाओं के बीच विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी, इसमें कक्षाएं तथा प्रशिक्षण प्रमुख है। इस युद्ध अभ्यास के द्वारा दोनों देशों की सेनाओं में आपसी समन्वय में वृद्धि होगी। इस दौरान आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन के लिए भी प्रशिक्षण किया जायेगा।

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